मिसाइल –
भारत अपने काबिलियत के अनुसार मिसाइल के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल कर लिया है और सुरक्षा के दृष्टिकोण से आत्मनिर्भर हो चुका है । पूरे दुनिया में भारत मिसाइल के मामले में पांचवा स्थान रखता है ।
https://www.bbc.com/hindi/articles/c9343dq12z4o
भारत के पास विभिन्न प्रकार की मिसाइले है –
*** अग्नि मिसाइल – भारत के पास अग्नि मिसाइल है , जिसका रेंज अलग-अलग है ।
भारत के पास पांच प्रकार के अग्नि मिसाइल है –
1. अग्नि -1
2. अग्नि – 2
3. अग्नि – 3
4. अग्नि – 4
5. अग्नि – 5
1 . अग्नि -1 – इस मिसाइल का रेंज 700 किलोमीटर है।
2 . अग्नि -2 – इस मिसाइल का रेंज 2000 किलोमीटर है।
3 . अग्नि -3 – इस मिसाइल का रेंज 3000 किलोमीटर है।
4 . अग्नि -4 – इस मिसाइल का रेंज 4000 किलोमीटर है।
5 . अग्नि -5 – इस मिसाइल का रेंज 5000 किलोमीटर है।
*** पृथ्वी मिसाइल -भारत के पास पृथ्वी मिसाइल है , जिसका रेंज अलग-अलग है ।
भारत के पास पृथ्वी मिसाइल है , और जो कि इस प्रकार है –
1. पृथ्वी – 1 – इस मिसाइल का रेंज 150 किलोमीटर है ।
2. पृथ्वी – 2 – इस मिसाइल का रेंज 250 किलोमीटर है ।
3. पृथ्वी – 3 – इस मिसाइल का रेंज 350 किलोमीटर है ।
** मिसाइल कैसे – कैसे लड़ सकती हैं —
सतह से सतह (Surface-to-Surface),
सतह से हवा (Surface-to-Air),
हवा से सतह (Air-to-Surface),
हवा से हवा (Air-to-Air),
जहाज रोधी (Anti-Ship),
और टैंक रोधी (Anti-Tank) मिसाइलें
**** ब्रह्मोस — सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है जिसकी मारक क्षमता 290 किलोमीटर है ।
**** ब्रह्मोस —- एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है जिसकी मारक क्षमता 300 किलोमीटर है ।
*****अस्त्र —- अस्त्र एक हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल है जिसकी मारक क्षमता 80 किलोमीटर है ।
**** निर्भय —- निर्भय एकसबसोनिक क्रूज मिसाइल है जिसकी मारक क्षमता 1000 किलोमीटर है ।
**** हम मिसाइल के बारे में जानते हैं –
अग्नि, आकाश, पृथ्वी-1, नाग और त्रिशुल ये सभी भारत के मिसाइल तंत्र है , अलग-अलग मिलिट्री इस मिसाइल तंत्र का इस्तेमाल करती है ।
– मिसाइल एक प्रकार का साधन है जिसमें हम विस्फोटक सामग्री रखकर दुश्मन के ठिकाने को सटीकता पूर्वक हमला कर सकते हैं , इसमें विस्फोटक सामग्री भरा जाता है जिससे दुश्मन के ठिकानाओ को खत्म किया जा सके।
*** मिसाइले कितने तरह की होती है –
– बैलिस्टिक मिसाइल : – यह मिसाइलें एक उच्च आर्क में उड़ान भरती हैं और फिर अपने लक्ष्य को निशाना बनाती हैं ।
– क्रूज मिसाइल : – यह कम ऊंचाई पर उड़ान भरती हैं और सटीकता से हमला करती है , इसका प्रयोग स्थलीय या समुद्री क्षेत्र में किया जाता है , इस प्रकार की मिसाइल उड़ते समय दिशा भी बदल सकती है ।
– हाइपरसोनिक मिसाइल : – इस मिसाइल की गति बहुत ही तेज होती है , यह ध्वनि के गति से भी 5 गुना अधिक रफ्तार से चलती है , जिसे मार गिराना संभव होता है और अधिक गति होने के कारण इसे ट्रैक करना संभव होता है ।
**** S – 400 मिसाइल —

यह एक सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल है , इस सिस्टम को भारत सरकार ने रूस से खरीदा है ,जो काफी बेहतरीन है । यह मिसाइल हवाई जहाज, ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलें को हवा में ही मार गिरा सकता है ,भारत सरकार ने इस मिसाइल को खरीदने का फैसला 2018 में लिया था ,यह मिसाइल बहुत ही सुरक्षित है । हमारे करीबी देश पाकिस्तान और चीन से जो खतरा रहता है , उससे बचने के लिए यह मिसाइल काफी हद तक सुरक्षित है । इससे भारत सरकार ने 40,000 करोड़ में रूस से खरीदा है । मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भारत को अभी तक केवल तीन यूनिट ही मिले हैं, दो यूनिट अभी भी बाकी है , जो 2026 तक अपने देश में आ सकता है । हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर में हुए हमले में S – 400 ने पाकिस्तान के ड्रोन मिसाइल और डिफेंस सिस्टम को मार गिराया और उनके एयर बेस को तहस नहस कर दिया । यह एक साथ 80 टारगेट को ट्रैक कर सकता है और साथ ही 5 मिनट में इसको तैयार किया जा सकता है । यह मोबाइल सिस्टम है जिसे ट्रैकों पर लगाया जा सकता है ।
*** S – 400 (एस – 400) – का विशेषता –
– निर्माण करता देश – रूस
– सेवा में शामिल हुआ – 2007
– ऊंचाई तक मार सकता है – 30 KM
– मारक क्षमता – 400 KM
– टारगेट – विमान , ड्रोन , क्रूज मिसाइलें
– एक बार में निशाना – 36 टारगेट 72 मिसाइल एक साथ
– रडार क्षमता – 600 किलोमीटर या उससे अधिक
*** भारत का डिफेंस सिस्टम —
भारत अपना एयर डिफेंस सिस्टम भी तैयार कर रहा है। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन प्रोजेक्ट कुशा पर काम चल रहा है। इसके 2028-29 तक तैयार होने की उम्मीद है। इसके लिए एयरफोर्स को लॉन्ग रेंज एयर डिफेंस सिस्टम से इक्विप किया जाएगा। यह सिस्टम दु्श्मन के विमानों और मिसाइलों को भेदने और मार गिराने में सक्षम होगा। इनमें क्रूज मिसाइल, स्टेल्थ फाइटर और ड्रोन शामिल हैं।
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