**पहलगाम (Pahalgam)

पहलगाम एक जगह है , जो भारत के जम्मू कश्मीर राज्य में स्थित है। यह एक सुंदर हिल स्टेशन भी है।यह श्रीनगर से लगभग 90 किलोमीटर की दूरी पर है , यह अनंतनाग ज़िले में लिद्दर नदी के किनारे पर बसा हुआ है । यह अमरनाथ यात्रा के बीच में पड़ता है। यह जगह शांत वातावरण और सुंदर वातावरण के लिए प्रसिद्ध है ।
***पहलगाम के आसपास के प्रमुख स्थान जहां पर पर्यटक घूमने के लिए आते हैं और यह स्थान अपने आप में बहुत आकर्षक है –
1. अरी घाटी
2. बेताब घाटी
3. चंदनवाड़ी
4. तुलियन झील
5. शेषनाग झील
6. लिद्दर नदी
***पहलगाम में आतंकी हमला —
21 अप्रैल, 2025 को ,स्थान – पहलगाम, अनंतनाग ज़िला, जम्मू-कश्मीर मे 26 लोग मारे गए
इस हमले ने पूरे देश को झकझोर के रख दिया है , इसमें 25 भारतीय और 1 नेपाली था ।
According to navbharattimes
***पहलगाम में 04 आतंकियों ने मिलकर वहां के लोगों पर जो बाहर से आए थे घूमने के लिए उन पर अंधाधुंध फायरिंग की ।
**** पहलगाम में आतंकी हमला के बाद देश की सभी पार्टियों —
सभी पाटिया एकजुट होकर इस घटना को सुलझाने में लगी हुई है और आतंकवाद को खत्म करने का योजना बना रही है , हमले के बाद 500 से अधिक पर्यटक को वापस बुला लिया गया है विशेष उड़ानों की मदद से और घायल पर्यटकों को इलाज की व्यवस्था की गई है ।
***पहलगाम में आतंकी हमला के बाद देश की सरकार –
भारत सरकार के द्वारा पाकिस्तान से अपने उच्चायुक्त को वापस बुला लिया गया है और वीज़ा व्यवस्था निलंबित की गई हैं और 1960 के सिंधु जल समझौते को निलंबित कर दिया गया है।
— यह हमला कश्मीर घाटी में आतंकवाद की मौजूदगी और द्विपक्षीय तनाव को दर्शाता है। लेकिन हालात अभी भी तनावपूर्ण बने हुए हैं।
भारत और जापान ने पहलगाम आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए अपराधियों को न्याय के दायरे में लाने का आह्वान किया। दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने सीमापार आतंकवाद और संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई का आह्वान किया। उन्होंने यूक्रेन में न्यायसंगत शांति और पश्चिम एशिया में स्थिरता के लिए भी समर्थन व्यक्त किया।
पहलगाम आतंकवादी हमले पर प्रधानमंत्री मोदी कोजापान के पीएम शिगेरू इशिबा का साथ मिल गया। दोनों नेताओं मे इस निंदनीय कृत्य के अपराधियों, प्रायोजकों और वित्तपोषकों को बिना किसी देरी के न्याय के दायरे में लाने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिगेरू इशिबा के बीच शिखर वार्ता के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और उनके सहयोगियों सहित संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई का आह्वान किया।
दोनों देश के पीएम ने सीमापार आतंकवाद की कड़ी निंदा की
संयुक्त वक्तव्य में दोनों नेताओं ने कहा कि सीमापार आतंकवाद सहित सभी तरह के आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद पूरी तरह से खत्म होना चाहिए। उन्होंने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की तथा 29 जुलाई की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद निगरानी टीम की रिपोर्ट पर गौर किया, जिसमें द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) का उल्लेख किया गया था।
आतंकियों के सुरक्षित ठिकानों को नष्ट करने की रखी मांग —–
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बताया कि टीआरएफ ने इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है। इसके बाद प्रधानमंत्री इशिबा ने इस पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने इस निंदनीय कृत्य के दोषियों, प्रायोजकों और वित्तपोषकों को बिना किसी देरी के न्याय के दायरे में लाने का आह्वान किया।’ उन्होंने अलकायदा, आईएसआईएस/दाएश, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और उनके समर्थकों सहित संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने और आतंकियों के सुरक्षित ठिकानों को नष्ट करने, आतंकियों के वित्तपोषण चैनल एवं अंतरराष्ट्रीय अपराध के साथ उनके गठजोड़ को खत्म करने तथा आतंकियों की सीमा पार आवाजाही को रोकने के लिए दृढ़ कार्रवाई का आह्वान किया।
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